भारत सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लिए एक नई योजना शुरू की है जिसका उद्देश्य सिर्फ राशन देना नहीं बल्कि पोषण के महत्व को भी बढ़ाना है। योजना के तहत राशन की दुकानों को सिर्फ अनाज देने वाले केंद्रों से बदलकर ‘जन पोषण केंद्र‘ बनाया जाएगा और इन केंद्रों पर सिर्फ चावल, गेहूं जैसी चीजें नही बल्कि पोषक आहार जैसे दूध, दाल, घी, तेल और अन्य जरूरी खाद्य सामग्री भी मिलेगी। इसका मुख्य उद्देश्य न केवल लोगों को भरपेट भोजन देना है
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य है की हर भारतीय नागरिक को पोषक तत्वों से भरपूर आहार मिल सके। पहले राशन दुकानों से सिर्फ कार्बोहाइड्रेट मिलता था लेकिन अब दालें, दूध, घी, तिलहन जैसे अन्य जरूरी पोषण तत्व भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे लोगों की शारीरिक और मानसिक सेहत में सुधार होगा खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए यह योजना बहुत फायदेमंद होगी।
जन पोषण केंद्रों पर राशन कार्ड धारकों को केवल अनाज ही नही बल्कि कई प्रकार की पोषक खाद्य सामग्री मिलेगी। इनमें दूध, दही, घी, पनीर, दालें जैसे अरहर, मसूर, मूंग, चना, बाजरा, ज्वार और रागी जैसे मोटे अनाज, तिलहन और विभिन्न प्रकार के तेल जैसे सरसों का तेल, मूंगफली का तेल और सोयाबीन का तेल शामिल होंगे। इस सामग्री का उद्देश्य लोगों के पोषण में सुधार करना है ताकि उन्हें अच्छे सेहत के लिए जरूरी तत्व मिल सकें।
यह भी पढ़े: घर की छत्त पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार दे रही ₹78000 रूपये
योजना कहा चलाया जा रहा है
मध्य प्रदेश से Ration Card Poshan Yojana 2025 की शुरुआत की गई है। पहले चरण में इंदौर जिले की 30 राशन दुकानों को जन पोषण केंद्र में बदला गया है। इसके बाद योजना को उज्जैन और सागर जिलों में भी लागू किया गया। यह योजना बाद में पूरे मध्य प्रदेश और फिर अन्य राज्यों में भी लागू की जाएगी। योजना के तहत राशन डीलरों को नई सामग्री के वितरण और भंडारण की ट्रेनिंग दी जा रही है।
योजना की पात्रता और लाभ
इस योजना का लाभ केवल valid ration card धारक ही उठा सकते हैं। इन लाभार्थियों को राशन लेते समय अतिरिक्त पोषण सामग्री भी खरीदी जा सकती है। इसके लिए सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी
इस योजना में तकनीकी सुविधाओं का उपयोग किया जा रहा है। अब राशन कार्ड धारक POS मशीन के माध्यम से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। बता दे की उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन से ऐप के जरिए जन पोषण केंद्र की सामग्री की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इससे ना केवल सुविधाएं बढ़ेंगी बल्कि पारदर्शिता भी बनी रहेगी।
यह भी पढ़े : खुशखबरी! सभी लोगो को फ्री बिजली और पुराना बिल माफ़ी के लिए नया आवेदन शुरू
स्वास्थ्य और पोषण पर प्रभाव
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोगों की सेहत में सुधार आएगा। विशेष रूप से बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को सही पोषण मिलेगा। दूध, घी और दालें जैसे पोषक तत्व शरीर में कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर और विटामिन की कमी को दूर करेंगे।
भविष्य की योजनाएं
भविष्य में सरकार का लक्ष्य है कि जन पोषण केंद्रों को और भी व्यापक बनाया जाए। इनमें स्वास्थ्य जांच की सुविधाएं पोषण से जुड़ी सलाह और किचन गार्डन के लिए बीजों की उपलब्धता जैसी सेवाएं भी शुरू की जा सकती हैं। आपको बता दूँ की महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री भी इन केंद्रों पर की जा सकती है।